सन्दर्भ:- राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव (एनवाईपीएफ) का चौथा संस्करण 2 मार्च 2023 को संसद के सेंट्रल हॉल, नई दिल्ली में शुरू हुआ।
खबर का अवलोकन :
- राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव, 2023 का चौथा संस्करण “एक बेहतर कल के
लिए विचार: विश्व के लिए भारत” विषय के साथ लॉन्च किया गया था।
- इसका उद्देश्य लोकतंत्र को मजबूत करना और छात्र समुदाय को संसद के कामकाज को समझने में सक्षम बनाना है।
- इस कार्यक्रम में शीर्ष पदों के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले 87 राज्य स्तरीय विजेताओं की भागीदारी हुई, जिसमें 29 फाइनलिस्ट अंतिम चयन के लिए राष्ट्रीय जूरी के समक्ष प्रस्तुत किए गए।
- जूरी के सदस्यों में संसद सदस्य और युवा मामले और खेल मंत्रालय के सचिव भी शामिल थे।
- देश भर के 150 स्थानों पर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 748 जिलों के 2.01 लाख से अधिक युवाओं ने इसमें भाग लिया।
प्रमुख बिंदु
राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव के बारे में
- उद्देश्य: 18-25 आयु वर्ग के युवाओं की आवाज़ सुनना, जिन्हें वोट देने की अनुमति है लेकिन चुनाव नहीं लड़ सकते।
- युवाओं को सार्वजनिक मुद्दों से जुड़ने के लिये प्रोत्साहित करना, आम आदमी के दृष्टिकोण को समझना, राय बनाना और उन्हें स्पष्ट रूप से व्यक्त करना।
- मुख्य विशेषताएँ :
- देश के सभी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान इस कार्यक्रम में भाग लेने के पात्र हैं।
- नौवीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिये किशोर सभा।
- स्नातक/स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों के लिये तरुण सभा।
- भागीदारी के लिये शिक्षण संस्थानों द्वारा वेब पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण किया जाएगा।
- योजना के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिये प्रतिभागी संस्थान मुख्य अतिथि के रूप में एक सांसद/पूर्व सांसद/’पूर्व विधायक/MLC/पूर्व MLC या प्रतिष्ठित व्यक्ति को आमंत्रित कर सकते हैं जो युवा संसद के प्रदर्शन की देखरेख करेगा।
पृष्ठभूमि
- यह प्रधानमंत्री द्वारा उनके मन की बात संबोधन में दिए गए विचार पर आधारित है।
- पहला संस्करण 2019 में “नए भारत की आवाज़ बनें और समाधान खोजें और नीति में योगदान करें” विषय के साथ आयोजित किया गया था।
- राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव 2021 का दूसरा संस्करण “युवा- उत्साह नए भारत का” थीम के साथ आयोजित किया गया था।
- महोत्सव का तीसरा संस्करण 2022 में “नए भारत की आवाज बनें और समाधान खोजें और नीति में योगदान करें” विषय के साथ आयोजित किया गया था।
राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव तीन स्तरों पर आयोजित किया जाता है-
- जिला युवा संसद (डीवाईपी) – जूरी द्वारा डीवाईपी में भाग लेने के लिए युवाओं के चयन हेतु स्क्रीनिंग का प्रारंभिक दौर आयोजित किया जाता है।
- राज्य युवा संसद (एसवाईपी) – जिला युवा संसद से जूरी द्वारा चुने गए युवा एसवाईपी में राज्य स्तर पर भाग लेते हैं।
- राष्ट्रीय युवा संसद (एनवाईपी) – राज्य युवा संसद से जूरी द्वारा चुने गए युवा नई दिल्ली में एनवाईपी में राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस
सन्दर्भ:-
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस प्रतिवर्ष 4 मार्च को सभी पहलुओं में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सुरक्षित कामकाजी माहौल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
उद्देश्य:-
- इस दिवस का प्राथमिक उद्देश्य दुर्घटनाओं और किसी अन्य आपात परिस्थिति को रोकने के लिये आवश्यक सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद, राष्ट्रीय स्तर पर एक गैर-लाभकारी, स्व-वित्तपोषित, त्रिपक्षीय निकाय है।
- इसे श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय द्वारा 4 मार्च, 1965 को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण पर एक स्वैच्छिक आंदोलन शुरू करने के लिये स्थापित किया गया था।
- यह एक स्वायत्त निकाय है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का उद्देश्य समाज की रक्षा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा लोगों में एक निवारक संस्कृति तथा वैज्ञानिक मानसिकता को बढ़ावा देना है।
- गौरतलब है कि प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटनाओं के कारण देश में 1.50 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु होती है और इससे भी अधिक संख्या में लोग शारीरिक रूप से अक्षम हो जाते हैं, जिसके कारण पीड़ित परिवारों के साथ-साथ संपूर्ण देश को भारी क्षति का सामना करना पड़ता है।
खबर का अवलोकन :
- राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 का विषय “हमारा उद्देश्य – शून्य नुकसान” (Our Aim – Zero Harm) है। इस विषय का उद्देश्य व्यावसायिक नुकसान को शून्य तक लाना है।
- इस दिवस का उद्देश्य मूल्यों, विश्वासों और साझा दृष्टिकोण के साथ सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देना है।
- गत वर्ष 2022 में इसकी थीम “इनोवेटिव टेक्नोलॉजीज फॉर सेफ्टी मैनेजमेंट” थी।
दिन की पृष्ठभूमि :
- श्रम और रोजगार मंत्रालय के द्वारा 4 मार्च 1966 को भारत सरकार ने एक गैर-लाभकारी और स्व-वित्तपोषित निकाय के रूप में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना की।
- दिवस की शुरुआत प्रथम बार 1972 में की गई।
सोशल स्टॉक एक्सचेंज
सन्दर्भ:-नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया को सोशल स्टॉक एक्सचेंज (SSE) स्थापित करने हेतु भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से अंतिम मंज़ूरी मिल गई है।
सोशल स्टॉक एक्सचेंज :
SSE मौजूदा स्टॉक एक्सचेंज के भीतर
एक अलग खंड के रूप में कार्य करेगा और सामाजिक उद्यमों को अपने तंत्र के माध्यम से जनता से धन जुटाने में मदद करेगा। यह उद्यमों हेतु उनकी सामाजिक पहलों के लिये वित्त की व्यवस्था करने, दृश्यता हासिल करने और फंड जुटाने एवं उपयोग के बारे में बढ़ी हुई पारदर्शिता प्रदान करने हेतु एक माध्यम के रूप में काम करेगा। खुदरा निवेशक केवल मुख्य बोर्ड के तहत लाभकारी सामाजिक उद्यमों (Social Enterprises- SE)द्वारा प्रस्तावित प्रतिभूतियों में निवेश कर सकते हैं।
पात्रता:
कोई भी गैर-लाभकारी संगठन (Non-Profit Organisation- NPO) या लाभकारी सामाजिक उद्यम (FPSEs) जो सामाजिक प्रधानता का इरादा रखता है, को सामाजिक उद्यम के रूप में मान्यता दी जाएगी, जो इसे SSE में पंजीकृत या सूचीबद्ध होने के योग्य बनाएगा।
- गैर-लाभकारी संगठनों द्वारा धन जुटाना:
- गैर-लाभकारी संगठन निजी नियोजन या सार्वजनिक निर्गम से ज़ीरो कूपन ज़ीरो प्रिंसिपल (ZCZP) इंस्ट्रूमेंट जारी करके या म्यूचुअल फंड से दान के माध्यम से धन जुटा सकते हैं।
- ZCZP बॉण्ड पारंपरिक बॉण्ड से इस अर्थ में भिन्न होते हैं कि इसमें ज़ीरो कूपन होता है और परिपक्वता पर कोई मूल भुगतान नहीं होता है।
- ZCZP जारी करने के लिये न्यूनतम निर्गम आकार वर्तमान में 1 करोड़ रुपए और सदस्यता हेतु न्यूनतम आवेदन आकार 2 लाख रुपए निर्धारित किया गया है।
- इसके अलावा डेवलपमेंट इम्पैक्ट बॉण्ड (Development Impact Bonds) परियोजना के पूरा होने पर उपलब्ध होते हैं और पूर्व-सहमत सामाजिक मेट्रिक्स पर पूर्व-सहमत लागतों/दरों पर वितरित किये जाते हैं।
- गैर-लाभकारी संगठन निजी नियोजन या सार्वजनिक निर्गम से ज़ीरो कूपन ज़ीरो प्रिंसिपल (ZCZP) इंस्ट्रूमेंट जारी करके या म्यूचुअल फंड से दान के माध्यम से धन जुटा सकते हैं।
- FPSE द्वारा धन जुटाना:
- FPSE को सोशल स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से धन जुटाने से पूर्व SSE के साथ पंजीकृत होने की आवश्यकता नहीं है।
- यह इक्विटी शेयर जारी करके अथवा सामाजिक प्रभाव कोष (Social Impact Fund) सहित किसी वैकल्पिक निवेश कोष को इक्विटी शेयर जारी करके अथवा ऋण लिखतों को जारी करके धन जुटा सकता है।
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राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव पर पांच प्रश्न (MCQs)
1. “राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव” क्या है?
a) युवा से जुड़ी गाइडेंस का आयोजन
b) युवाओं के खिलौने का महोत्सव
c) युवा मस्तिष्कों के लिए एक बहुतात्मक सांसद महोत्सव
d) युवाओं के खेल कार्यक्रम का आयोजन
उत्तर: c) युवा मस्तिष्कों के लिए एक बहुतात्मक सांसद महोत्सव
2. भारत में “राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव” का प्रमुख आयोजक कौन है?
a) वित्त मंत्राल
b) पर्यावरण मंत्रालय
c) कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय
d) शिक्षा मंत्रालय
उत्तर: c) कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय
3. “राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव” का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) उद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करना
b) स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देना
c) युवा मस्तिष्कों को विचारों की व्याख्या करने का अवसर प्रदान करना
d) अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सहायता करना
उत्तर: c) युवा मस्तिष्कों को विचारों की व्याख्या करने का अवसर प्रदान करना
4. “राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव” में कौन-कौन से क्षेत्रों की समाहित करने का लक्ष्य होता है?
a) केवल फल और सब्जियाँ
b) फल, सब्जियाँ, फूल, सुगंधित पौधे, मसाले, नारियल और कोको
c) केवल फल और फूल
d) सब्जियाँ, डेयरी, और पोल्ट्री
उत्तर: b) फल, सब्जियाँ, फूल, सुगंधित पौधे, मसाले, नारियल और कोको
5. “राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव” के माध्यम से युवा सशक्तिकरण और लोकतांत्रिक भागीदारी कैसे बढ़ते हैं?
a) उन्हें पार्लियामेंट में भाग लेने का मंच मिलता है
b) उन्हें सीधे नकद प्रोत्साहन मिलता है
c) उन्हें केवल मोनोकल्चर अभ्यासों पर ध्यान देने का अवसर मिलता है
d) वे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारविमर्श करने के लिए संबोधित किए जाते हैं
उत्तर: a) उन्हें पार्लियामेंट में भाग लेने का मंच मिलता है